
चन्दौली/बबुरी

बबुरी कस्बा निवासी प्यारेलाल जयसवाल के प्रपुत्र व राजेंद्र जायसवाल के पुत्र अजीत कुमार जायसवाल को डॉक्टरेट की उपाधि मिलने से परिजनों व क्षेत्र में हर्ष व्याप्त है।
बताते चलें कि डॉ.अजीत कुमार जयसवाल ने अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्याविज्ञान संस्थान (IIPS), मुंबईसे जनसंख्या अध्ययनमें अपनी पीएचडी (Ph.D.) पूरी की है। IIPS, भारत सरकारके स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परिवार कल्याण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्थान है।उन्होंने जून 2019 से मई 2024 तक डॉ. मनोज अलग राजन के निर्देशन में अपनी पीएचडी पर काम किया। उनका पीएचडी शोध प्रबंध, जिसका शीर्षक ” Cost-Effectiveness Evaluation of Public andPrivate Healthcare Systems in India” है,में डॉ. अजीत ने स्वास्थ्य आर्थिकऔर परिणाम अनुसंधान (HEOR) दृष्टिकोणका उपयोग करके स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की दक्षता का मूल्यांकन किया। यह शोध प्रबंध वृद्ध जनसंख्या के बीच संक्रामक और गैर-संक्रामक रोगों दोनों को संबोधित करता है, और रोगी के दृष्टिकोण से संसाधनों के मूल्य पर बल देता है। पूरी दुनिया में इस प्रकार का रिसर्च करने वाली केवल तीन विश्वविद्यालय हैं और भारत में केवल एक, अजीत जायसवाल ने अपने डॉक्टरेट की उपाधि इस विषय में रिकार्ड समय 5 वर्ष में प्राप्त किया है। अजीत कुमार इस समय टोटलिस्टिक रिसर्च एंड एनालिसिस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत हैं।