जिला बदर की आंशका पर जिलाधिकारी से मिले पूर्व विधायक मनोज, कहा – विपक्ष के नेताओं को कैद कर भाजपा जाएगी 400 पार…विधायक सुशील सिंह की शिकायत..

The News Point : लोकसभा चुनाव के दौर में जिला प्रशासन पूर्व विधायक व सपा नेता मनोज सिंह डब्लू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के मूड में है. सूत्रों की माने तो सैयदराजा पुलिस ने मनोज डब्लू के खिलाफ शांतिभंग के आरोप में 107- 16 की रिपोर्ट तैयार की है. उनके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई हो सकती है. इसकी जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक व उनके समर्थकों में खासा आक्रोश है. सपा नेता ने जिलाधिकारी से मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठाई. चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे है.
बताते है कि सैयदराजा थाना पुलिस ने 23 मार्च को उनके खिलाफ शांति भंग करने की आशंका के तहत रिपोर्ट एसडीएम के पास भेजी है. एसडीएम की ओर से रिपोर्ट लगाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी. जिलाधिकारी या अपर जिलाधिकारी स्तर से जिला बदर घोषित करने की कार्रवाई की जा सकती है. बताया जा रहा है की मनोज सिंह डब्लू समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भेजा गया है.

इस बात की सूचना मिलते ही मनोज सिंह डब्लू ने नाराजगी जताई है, और सत्ता पक्ष के इशारे पर पुलिस द्वारा की जा रही ऐसी कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए जिलाधिकारी से मुलाकात करके सत्ता पक्ष के इशारे पर चुनाव प्रचार से रोकने की शिकायत की. साथ ही साथ मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत करने की भी तैयारी कर रहे हैं.
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए पूर्व विधायक ने सैयदराजा पुलिस और सैयदराजा विधायक पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा की चुनाव को प्रभावित करने वाले कारकों में प्रमुख तौर पर मादक पदार्थों की तस्करी की जमकर की जा रही है.साथ ही सैयदराजा पुलिस सत्ता के इशारे पर काम करती है. ऐसे में थाने से संबिधित पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण किया जाय.
सैयदराजा विधायक सुशील सिंह को बाहुबली करार देते हुए वोटरों को प्रभावित करने का आरोप लगाया. उनके व उनके सहयोगियों के असलहों की जांच की जाए. इस इलाके में पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की जाए. ताकि वोटर भयमुक्त होकर मतदान कर सके.
पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने भाजपा के लोग अबकी बार 400 पार का जो नारा दे रहे है वो पुलिस प्रशासन के बल पर ही दे रहे है.विपक्ष के नेताओं को जेल भेजकर जिला बदर कर सत्ता पाना चाहते है. लेकिन समाजवादी लोग डरने और भागने वाले नहीं है. जनहित के मुद्दों पर संघर्ष किया जाएगा. लड़ाई लड़ने का काम किया जाएगा.