Chandauli news : पूर्व सांसद ने रेवसा का किया दौरा, अधिग्रहण के विरोध में भरी हुंकार
Chandauli news : अलीनगर थाना क्षेत्र के रेवसा गांव से होकर भारतमाला रोड का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। इसमें तीन दलित बस्तियों के लगभग ढाई सौ लोग बेघर हो रहे हैं। इसके विरोध में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव के नेतृत्व में बुधवार को ग्रामीण व किसानों ने पदयात्रा के माध्यम से लोगों का दर्द जाना व हुंकार भरी। चेताया कि जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे। सरकार चाहे जितना भी जुर्म जास्ती कर ले।
पूर्व सांसद ने आरोप लगाया की कुछ पूंजीपतियों को बचाने के चक्कर में चक्कर में सत्ता पक्ष के दबाव में अधिकारियों द्वारा तीन दलित बस्तियों को उजाड़ कर लगभग ढाई सौ परिवारों को बेघर किया जा रहा है। इसके अलावा लगभग 100 एकड़ किसानो की जमीन अधिग्रहित की जा रही है। जिससे बहुत से लोग बेघर तो बहुत से लोग भूमिहीन हो जा रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार धरना प्रदर्शन से लेकर जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर इसके विरोध में मुखर हो चुके हैं।
एक बार फिर बुधवार को पूर्व सांसद रामकिशुन यादव के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण व किसानों ने पैदल पदयात्रा निकालकर तीनों बस्तियां का भ्रमण कर सरकार विरोधी नीतियों के खिलाफ हुंकार भरने का काम किया। इस दौरान ग्रामीण व किसानों को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि भारतमाला हो या रिंग रोड यह सिर्फ पूंजी पतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया जा रहा है। इसमें गरीब परिवारों की बलि दी जा रही है। इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है। इसके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा की पूंजीपतियों के लिए बनाई जाने वाली इस सड़क के लिए गरीबो की जमीन औने पौने दाम पर ली जा रही है. सस्ते सर्किल रेट पर जमीन लेकर सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है. जबकि रोड बनने के बाद उसी जमीन की कीमत कई गुना बढ़ जा रही है। जिससे अपनी जमीन खोने वाले किसान खुद को ठगा महसूस करते है। ऐसे में मूल्य नीति पर दोबारा विचार करते हुए गरीबों की जमीन और मकान का अधिग्रहण किया जाय।
यही नहीं शासन द्वारा लोहिया आवास भी इन्हीं बस्तियों में बनाया गया है। निजी आवास के साथ सरकारी आवास भी ढहाने का काम सरकार करने जा रही है। गरीबों के आशियाना छीनने का काम किया जा रहा है। कहा कि जुर्म ज्यादती के खिलाफ हम लोग अंत तक लड़ने का काम करेंगे। इस मौके पर पूर्व प्रधान विक्की यादव, निरंजन यादव, विजय गोंड बॉर्डर, संतोष यादव, पंकज कुमार, इंदा देवी, शैलेंद्र, गिरजा राम, सुरेंद्र प्रसाद,धनेश, मनोज कुमार,हीरालाल सहित सैकड़ो ग्रामीण व किसान शामिल रहे।