Chandauli news : पराली प्रबंधन और गो वंश संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी ने निखिल फुंडे ने ली मीटिंग, उपेक्षित प्रगति पर जताई नाराजगी…
Chandauli news : जिलाधिकारी निखिल फुंडे की अध्यक्षता में जूम के माध्यम से बैठक एनआईसी में सम्पन्न हुई. बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, पशुधन विभाग, विकसित भारत संकल्प यात्रा के संबंध में विभागीय अधिकारियों एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारियों, पशुधन प्रसार अधिकारी, पंचायती राज अधिकारी पं तथा कृषि विभाग से संबंधित अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा जूम बी सी के माध्यम से की गई.
जिलाधिकारी द्वारा कृषि विभाग से संबंधित पराली प्रबंधन हेतु सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया तथा गोवंश आश्रय स्थलों पर पशुओं के चारे के लिए पराली को एकत्र करने का निर्देश दिया गया. पशुओं के चारे हेतु अब तक 383 क्विंटल चार एकत्र किए जाने की स्थिति बताई गई. जिसमें नौगढ़ विकासखंड में सबसे कम 10 कुंतल परली एकत्रित करना बताया गया. जिस पर जिलाधिकारी द्वारा खंड विकास अधिकारी नौगढ़ को सख्त निर्देश दिए गए. निर्देशित किया गया कि समयानुसार निर्धारित लक्ष्य 383 क्विंटल के सापेक्ष सभी खंड विकास अधिकारी धान काटने के तुरंत बाद पराली को एकत्र कर ली जाय तथा बड़े किसानों से दान के रूप में भी धान का भूसा पशुओं के लिए एकत्र कर ले.
चारे की व्यवस्था के लिए संबंधित विकास खण्डों के पशुधन प्रसार अधिकारियों से भी इस दिशा में बेहतर प्रयास करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया. साथ ही 60 दिवसीय अभियान. जिसमें छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाना है. इसकी प्रगति अभी तक 1200 के सापेक्ष 342 बताई गई. जिसमें सबसे कम 60 गोवंश नौगढ़ विकासखंड में तथा 15 गोवंश बरहनी विकास खंड में संरक्षित किए जाए. जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई और निर्देशित किया गया कि 1200 के सापेक्ष आने वाले सप्ताह में कम से कम जनपद में 600 पशु पकड़कर गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित कर लिए जाए.
प्रत्येक विकास खंड में अलग से दो-दो अस्थाई स्थल के निर्माण के लिए संबंधित खंड विकास अधिकारियों से समीक्षा की गई जिसमें बताया गया कि सभी विकास खण्डों में आश्रय स्थल का निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है. विकास खंड बरहनी के अमडा ग्राम पंचायत में अभी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है एक सप्ताह के अंदर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा. गोवंश आश्रय स्थलों में केयरटेकर की मानदेय भुगतान एवं पशुओं के चारा-पानी के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने हेतु ग्राम पंचायत से राज वित्त की धनराशि जमा करने की समीक्षा की गई जिसमें अब तक 57 लाख 52 हजार रुपए जमा कराए जा चुके हैं. जो लक्ष्य के सापेक्ष 66 प्रतिशत है. जिलाधिकारी द्वारा सभी खंड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी पंचायत को निर्देशित किया गया कि लक्ष्य की प्रतिशत समय से कर ली जाए.
जूम वी सी में मुख्य विकास अधिकारी एस एन श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक, डीआरडीए डीसी मनरेगा, डीसी एनआरएलएम, उपनिदेशक कृषि, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.