Sonbhadra news: शिक्षक की समाज सुधार में होती है महत्वपूर्ण भूमिका:शमशेर सिंह
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रिपोर्ट विजय बाबा
सोनभद्र
शिक्षक वह पथ प्रदर्शक होता है जो बच्चों को किताबी ज्ञान ही नही बल्कि जीवन जीने की कला सिखाता है।जनपद सोनभद्र के म्योरपुर ब्लॉक में तैनात शिक्षक शमशेर सिंह बच्चों को शिक्षित करने के साथ उन्हें सामाजिक ज्ञान और जीवन जीने की कला से परिचित कराते रहते है।उन्होंने कहा कि बिगड़ती परिस्थितियों को देखते हुए समाज को सुधारने की बहुत आवश्यकता है।वर्तमान के छात्र भावी समाज हैं।यदि भावी समाज को आदर्श बनाना चाहते हों तो छात्रों को भौतिक शिक्षा के साथ नैतिक आचरण पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षक वही है जो अपने जीवन की धारणाओं से दूसरों को शिक्षा देता है।शमशेर सिंह ने कहा कि शिक्षा देने के बाद भी यदि बच्चे बिगड़ रहे हैं, उसका अर्थ मूर्तिकार में भी कुछ कमी है।शिक्षकों के केवल पाठ पढ़ाने वाला शिक्षक नहीं बल्कि सारे समाज को श्रेष्ठ मार्गदर्शन देने वाला शिक्षक बनाना है।बहुत कम समय मे शमशेर सिंह अपने शिक्षण गतिविधियों के कारण सबका ध्यान अपनी तरफ खिंचने में सफल रहे है।शमशेर सिंह बताते है कि खाली समय में वो बच्चों से लगातार बात करते है।जिस दौरान वह उन्हें सामाजिक आर्थिक और भौतिक परिस्थितियों से अवगत कराते हुए उन्हें नैतिकता,आदर्शवादी विचारों से प्रेरित करते है।वे आगे बताते है कि बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार उन्हें शिक्षक के करीब लाती है और बच्चे आसानी से बिना डरे अपनी बात अपने शिक्षक से कह पाते है।इस तरह से बच्चों का मनोबल बढ़ता है और वे प्रतिदिन स्कूल आने के साथ पढ़ने में भी रुचि लेने लगते है।भयमुक्त वातावरण में बच्चे चीजों को बेहतर ढंग से समझते है।आपको बताते चले कि शमशेर सिंह कोरोना काल में आदिवासी क्षेत्रों में मोहल्ला क्लास चलाकर सुर्खियों में आये थे।शमशेर सिंह अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी लगातार चर्चा में रहते है।हाल-फिलहाल एक दिव्यांग बच्चे के लिए दिव्यांग उपकरण सहित अन्य मदद दिलाने को लेकर आवाज उठाकर सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है।उन्हें शिक्षा में बेहतर कार्य करने के लिए इस वर्ष ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से नवाज गया।एक शिक्षक होने के साथ वे अपनी सामाजिक दायित्यों को भी बखूबी निभाते है।हमारे समाज मे ऐसे शिक्षकों की जरूरत है जो बच्चों को शिक्षा के साथ उनका सर्वांगीण विकास कर सकें।यह कहना गलत नही होगा कि गुरु ही नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देकर समाज और देश के लिए नई पीढ़ी तैयार करते है।
रिपोर्ट विजय बाबा
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