सब्जियों पर शोध एवं विकास की आधुनिकतम विधाओं के बारे में दी गयी जानकारी
वाराणसी
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में आज नव-प्रवेशी एवं प्रशिक्षु 18 आई.ए.एस. अधिकारियों के एक दल को ‘भारत दर्शन कार्यक्रम’ के अंतर्गत संस्थान की गतिविधियों से परिचित कराया गया । संस्थान के निदेशक डॉ. तुषार कान्ति बेहेरा ने देश में सब्जी फसलों के उत्पादन, किसानों की आय संवर्धन में इन फसलों की उपयोगिता और आम लोगों के जीवन में सब्जियों की पोषण संबंधी जरूरतों पर प्रकाश डालने के साथ ही संस्थान द्वारा किये जा रहे शोध कार्यक्रमों और सब्जियों में किये जा रहे नवाचारों के बारे में बताया। प्रशिक्षुओं ने सब्जी शोध प्रक्षेत्र का भ्रमण किया, जिसमें विभिन्न सब्जियाँ जैसे मिर्च, गाजर, बैंगन, मटर, गोभी इत्यादि की नयी किस्मों एवं संकरों के विकास एवं गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी गयी। साथ ही हाई-टेक नर्सरी व ग्राफ्ंटिग इकाई का भी भ्रमण किया। प्रशिक्षुओं ने आण्विक प्रजनन प्रयोगशाला, उत्तक संवर्धन इकाई, जैव प्राद्यौगिकी प्रयोगशाला का भी भ्रमण किया जहा जीनोम एडिटिंग, जीन पिरामिडिग इत्यादि के बारे में जानकारी हासिल की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नकुल गुप्ता ने किया। इस अवसर पर संस्थान के विभागों के विभागध्यक्षों के साथ ही वैज्ञानिक भी उपस्थित थे।