सीएम योगी,राम मंदिर निर्माण कार्यों का लेंगे जायजा,श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की अहम मीटिंग
अयोध्या
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गुरूवार रामनगरी अयोध्या दौरे पर हैं।सीएम हनुमानगढ़ी और रामलला का दर्शन-पूजन करेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए सीएम राम मंदिर निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे। बताया जा रहा है कि सीएम राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा जिले के सीनियर अधिकारियों के साथ भी मीटिंग होगी।
श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की अहम बैठक आज और कल
श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक आज से शुरू हो रही है। मीटिंग में रामलला की मूर्ति पर फैसला हो सकता है। बताया जा रहा है कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के ऑफिस में पदाधिकारियों की गुरुवार और शुक्रवार को होगी। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा बुधवार रात अयोध्या पहुंच चुके हैं।बैठक में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी पर विस्तार से चर्चा होगी।बैठक में तय हो सकता है कि रामलला की कौन सी मूर्ति गर्भ गृह में लगाई जाएगी।
दुकानों के शटरों को हिंदू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया
22 जनवरी में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले रामनगरी अयोध्या में राम पथ और अन्य प्रमुख सड़कों पर स्थित दुकानों के शटरों को हिंदू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया है। इन कलाकृतियों में राम मंदिर की आकृति के साथ जय श्रीराम के नारे और स्वास्तिक चिन्ह शामिल हैं। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामनगरी को सजाने के प्रयासों के तहत स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्य को अंजाम दिया है। सहादतगंज और नया घाट को जोड़ने वाली 13 किलोमीटर लंबी सड़क को पुनर्विकास के बाद नया नाम रामपथ दिया गया है। इसके दोनों और बड़ी संख्या में स्थित दुकानों को संवारा गया है।
राम दरबार की तस्वीरें बेच रहे लोग
बिड़ला धर्मशाला से नया घाट तक का क्षेत्र फिलहाल जय श्रीराम,भगवान राम, राम दरबार की तस्वीरों और आगामी राम मंदिर की कलात्मक प्रस्तुति वाले भगवा झंडे बेचने वाले विक्रेताओं से भरा हुआ है। इस मार्ग पर कई विक्रेता भगवान राम की फ़्रेमयुक्त तस्वीरें और राम मंदिर की प्रतिकृतियां भी बेच रहे हैं।पिछले दो सालों में रामनगरी में किए गए पुनर्विकास के तहत इस सड़क को दोनों तरफ से चौड़ा किया गया है और इसके लिए सामने की ओर से कई संरचनाओं को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया। इस खंड पर कई पुरानी इमारतें भी स्थित हैं, जिन्हें बाहर से मरम्मत कर सजाया गया है।