चंदौली
के दास
माननीय सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश के अनुपालन में बुधवार को अपर जनपद न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्दौली श्री ज्ञान प्रकाश शुक्ल द्वारा जिला कारागार वाराणसी एवं राजकीय संप्रेक्षण गृह रामनगर का निरीक्षण किया गया, जिसमें जेल अधीक्षक उमेश कुमार,जेलर बी० के० त्रिवेदी तथा सहायक अधीक्षक बाल संप्रेक्षण गृह संजय कुमार मिश्रा उपस्थित रहे।
पूर्णकालिक सचिव महोदय ने बैरक, पाठशाला व महिला बैरक का निरीक्षण किया। बैरकों में उपस्थित चंदौली के पुरुष व महिला बंदियों से उनके स्वास्थ्य, खान-पान रहन-सहन के बारें में जानकारी ली। महिला बैरक में उपस्थित महिला बंदियों के बच्चों के पढ़ाई व खाने पीने की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। सचिव महोदय नें अस्पताल का निरीक्षण करते हुए बंदियों के इलाज व दवाइयों का भी निरीक्षण किया। डॉक्टर को निर्देश दिये कि सभी मरीज बंदी को समय से दवाइयां दी जाए कोई कमी नही होनी चाहिए।
पाकशाला में भोजन के गुणवत्ता व स्वच्छता पर ध्यान देने के निर्देश दिए । जेल में निरूद्ध महिला बन्दियों की समस्याओं के बारें में भी जाना तथा उनके साथ रह रहे बच्चों के शिक्षा की भी जानकारी ली। बंदियों को फ्री लीगल एडवाइज के बारे में जानकारियां दी। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि कानूनी सहायता लेने के इच्छुक बंदियों की सूची जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को उपलब्ध करायें ताकि ऐसे लोगो को नि:शुल्क कानूनी सहायता दी जा सके। इसी क्रम में सचिव महोदय द्वारा राजकीय संप्रेक्षण गृह रामनगर का भी निरीक्षण किया गया, वर्तमान में जनपद चन्दौली के कुल 28 किशोर बंदी निरुध्द हैं।
सचिव महोदय द्वारा किशोर बन्दियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछने पर किशोर बंदियों द्वारा बताया गया कि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। सचिव महोदय ने किशोरों को पढ़ने के लिए जागरूक किया । उन्होने सहायक अधीक्षक बाल संप्रेक्षण गृह को निर्देश दिया कि कानूनी सहायता लेने के इच्छुक किशोर बंदी के अभिभावक द्वारा निशुल्क अधिवक्ता की मांग जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय से किया जा सकता है।