स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा दर्शन 10 नवंबर से मां का पट खुल जायेगा जो 14 नवंबर तक दर्शन चलेगा
अन्नपूर्णा मन्दिर
पांच दिवसीय अन्नपूर्णा दर्शन,जगमगा उठा माता दरबार
माता अन्नपूर्णा का अन्नकूट होगा खास
माता को 511 कुंतल व्यंजनों से लगेगा भोग
85 कारीगरों से तैयार हो रहा है माता अन्नकूट प्रसाद
वाराणसी
स्वर्णमयी अन्नपूर्णा 5 दिवसीय दर्शन शुक्रवार से शुरू हो रहा है।
इस मौके पर पूरे मन्दिर परिषर को रंग विरंगे झालरों से सरावोर कर दिया गया।
धनतेरस के एक दिन पूर्व रात्रि में पूरे मन्दिर को सुगन्धित फूलो से सजा दिया जाएगा।
माता दरबार मे 511 कुंतल से भोग लगेगा ।
प्रसाद बनाने का कार्य दशहरा स्थापना पूजन से अन्नपूर्णा दरबार मे प्रसाद बनाने का कार्य शुरू हो जाता है । लगभग 85 कारीगर लगे हैं मुख्य कारीगर ने बताया कि तीसरी पीढ़ी से कार्य करती आ रही है। जिसमे 30 महिला व अन्य पुरुष होते है । कच्चा पक्का मिला कर 511 कुंतल होगा आस पास जिलों से भी कारीगरों को बुलाया जाता है। इसमे कुछ कारीगर तो पिछले 15 साल से आ रहे है।
खास में सुरन का भी लड्डू तैयार किया जा रहा है इसके साथ 40 तरह का मीठा व 16 तरह की नमकीन होगा। इस बार मिठाई से झांकी बनी होगी भक्तो को अन्नकूट झांकी दर्शन में दिखेगा। अन्नपूर्णा मंदिर प्रशासन की तैयारी पूरी हो चली है लाखो दर्शन माता दरबार में शीश झुकाएगे। मंदिर में अस्थाई सीढ़िया बन कर तैयार है मंदिर प्रवेश होते ही बाए हाथ को सीढ़ी के माध्यम से स्वर्ण माता अन्नपूर्णा का दर्शन होगा। जगमग हो उठा माता दरबार पूरे मंदिर परिसर को झालरों से सजा दिया गया है। लगातार मंदिर में अधिकारी पहुंच रहे है महंत से मुलाकात कर रहे है और बोले की भक्तो को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।